मामी की दहकती जवानी पर आया दिल

(Heart fell on my aunt’s blazing youth)

“प्रथम” बिहार, जहानाबाद का रहने वाला 26 साल का युवक था। अपनी स्मार्टनेस के कारण वह लड़कियों के बिच बहुत फेमस था। कॉलेज में दोस्तों ने उसे अश्लील वीडियो दिखा कर उसके अंदर का शैतान जगा दिया था। अब वह लड़कियों के बूब्स और मटकती गांड देखकर पागल हो जाता था।

एक दिन वह अपने मामा के घर गया! और उसकी नजर मामी अंजलि पर पड़ी। मामा घर पर नहीं थे, और मामी ने उसे कुछ दिन रुकने के लिए कहा।

प्रथम अंजलि की ओर आकर्षित हो चुका था। मामा की गैर-मौजूदगी में, मामी ने उसे घर में रोक लिया। वह मामी को ताड़ते हुए अपने मन में ख्याली पुलाव पका रहा था।

एक दिन अंजलि की कमर में दर्द होने लगा। अंजलि ने प्रथम से तेल गर्म करने को कहा। जब उसने अंजलि की चिकनी कमर पर मालिश शुरू की, तो उसका दिल तेजी से धड़कने लगा। अंजलि ने खुद उसका हाथ अपनी गांड पर रखवा दिया। वह शर्म से लाल हो गया, लेकिन मामी ने उसे समझाया कि वह डॉक्टर बनने की तैयारी कर रहा है, तो ऐसा काम करने में झिझकना ठीक नहीं।

धीरे धीरे अंजलि ने अपने सारे कपडे कपडे उतार दिए। अब वह और भी सहज हो गईं। अचानक, मामी ने पलटकर उसका हाथ अपनी चूत पर रखवा दिया और उसे मसलने को कहा।

अंजलि ने गर्म होकर उसे अपनी तरफ खींचा और बोलीं कि वह उसे आज चोद दे। प्रथम ने अपनी झिझक छोड़कर अंजलि के गुलाब जैसे होंठों को चूसा और उनके गले पर किस करने लगा।

प्रथम अंजलि के गुलाब जैसे होंठों को चूसने के बाद धीरे-धीरे उनके गले पर गर्म सासे छोड़ने लगा। अंजलि की तेज होती सांसें और उनकी उत्तेजना उसे और अधिक उकसा रही थीं। उसने उनके ब्लाउज के बटन धीरे-धीरे खोल दिए। अंजलि का शरीर उसे और उत्तेजित कर रहा था।

प्रथम ने दोनों बूब्स को अपने हाथों में पकड़कर खेलना शुरू कर दिया और फिर अपने होंठों से निप्पल को चूसने लगा।

अंजलि के शरीर की गर्मी ने प्रथम को और अधिक उत्तेजित कर दिया। अंजलि की चूत अब उसके सामने थी, जो पूरी तरह से रसभरी और फूली हुई लग रही थी। उसने अंजलि की चूत को अपने मुंह से चाटना शुरू कर दिया।

अंजलि अब चादर पकड़कर जोर-जोर से हिल रही थीं। प्रथम ने उनकी चूत का रस चूसने के बाद अपना लंड बाहर निकाला। अंजलि उसका लंड देखकर हैरान रह गईं। उन्होंने उसका लंड पकड़कर सहलाया और फिर अपने होंठों से चूसने लगीं।

प्रथम ने अंजलि के होंठों से अपने लंड को चुसवाते हुए उनकी ओर देखा। अंजलि लंड को इस तरह से चूस रही थीं जैसे वह इसका स्वाद पहली बार ले रही हों। उन्होंने लंड पर तेल लगाकर उसकी मालिश की, जिससे लंड और भी टाइट हो गया। लगभग 10 मिनट तक अंजलि ने उसके लंड को सहलाया और चूसा, जिससे प्रथम की उत्तेजना चरम पर पहुंच गई।

इसके बाद प्रथम ने अंजलि को बिस्तर पर पटक दिया। वह उनके रसभरे चूत में अपना लंड डालने लगा। तेल की चिकनाई के कारण अंजलि की टाइट चूत मैं लंड आसानी से अंदर चला गया। अंजलि जोर से चिल्लाई – “ओह्ह माँ… आह माँ…!”

प्रथम ने अंजलि की चूत में जोर-जोर से धक्के मारने शुरू किए। उनकी सिसकारियां कमरे में गूंज रही थीं। “उंह… अई… आह…” की आवाजें पूरे माहौल को और उत्तेजक बना रही थीं। उसने अंजलि को उठाकर उनकी एक टांग अपने कंधे पर रखी और खड़े-खड़े चुदाई करने लगा।

अंजलि जोर जोर से चिल्ला रही थी, “जोर से… और जोर से!” जब चूत का रस खत्म हो गया और वह ढीली पड़ने लगी, तो प्रथम ने अंजलि को झुका दिया और गांड चोदने लगा।

अंजलि बिस्तर पर झुककर जोर-जोर से “आह… उंह… स्स्स…!” की आवाजें निकाल रही थीं। बिस्तर हिल रहा था, और मामी की चूंचियां भी धक्का खाने के साथ जोर-जोर से हिल रही थीं।

प्रथम ने मामी की मोटी गांड को जोर-जोर से पेलते हुए अपनी रफ्तार और बढ़ा दी। अंजलि दर्द और आनंद के मिले-जुले भाव में चीखने लगीं – “हूँ… आह… और जोर से!” उनकी सिसकारियां और उत्तेजक हो रही थीं, और उनका शरीर पूरी तरह से चुदाई का आनंद ले रहा था।

उनका शरीर पसीनो से भर चूका था, और बिस्तर की चादर पूरी तरह गीली हो गई थी। अंजलि ने खुद भी अपनी गांड को आगे-पीछे हिलाकर चुदाई का आनंद दिया।

प्रथम अब झड़ने की स्थिति में था। उसने अंजलि को बताया, “अंजलि, मैं अब झड़ने वाला हूँ।” मामी ने तुरंत कहा, “मेरी जान, अपना माल मेरे मुंह में डाल दो!”

प्रथम ने अंजलि की गांड से लंड बाहर निकाला और उनके मुंह में डाल दिया। मामी ने बड़े प्यार से लंड को अपने मुंह में लिया और उसे गहराई तक चूसने लगीं। उन्होंने लंड से निकलने वाले हर बूंद को अपने मुंह में भर लिया।

झड़ने के बाद, मामी ने संतोष से कहा, “प्रथम, तुम्हारा लंड वाकई में बहुत तगड़ा है। आज तुमने मुझे पूरी तरह संतुष्ट कर दिया।”

अगले कुछ दिन वह मामी के साथ रुका और हर दिन उन्होंने एक-दूसरे के साथ चुदाई का भरपूर आनंद लिया।

समाप्त।

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