दोस्त की गर्मागर्म भाभी

मेरे दोस्त का फार्म-हाउस जयपुर के बाहर स्थित है, और हम अक्सर उनकी खेती देखने वहाँ जाया करते हैं। उनकी भाभी बहुत सुंदर और आकर्षक हैं। उनकी आकर्षक उपस्थिति देखकर मेरा मन उनके प्रति आकर्षित हो जाता है।

एक दिन, मेरे दोस्त ने फोन किया और कहा, “यार, मेरी भाभी को शाम को फार्म-हाउस पर लेकर आ जाएगा क्या?”

मैंने पूछा, “भैया नहीं हैं क्या?”

उसने जवाब दिया, “भैया दुकान पर हैं और वो रात को सात बजे तक आएंगे।”

मैंने तुरंत हाँ कर दी और पूछा, “भाभी को कब तक लेकर आना है?”

उसने कहा, “चार बजे तक उन्हें लेकर रवाना होना है!”

मैं उनके घर दो घंटे पहले ही पहुँच गया। भाभी जाने की तैयारी कर रही थीं, लेकिन खुद तैयार नहीं हुई थीं। उन्होंने एक गाउन पहन रखा था।

भाभी ने मुझे पानी लाकर दिया और चाय बनाने के लिए रसोई में चली गईं। मैं भी उनके पीछे-पीछे रसोई में गया और उनसे बातें करने लगा।

Sarita Bhabhi1

भाभी ने मुझसे पूछा, “तुम मुझे अक्सर घूरते क्यों रहते हो?”

मैंने जवाब दिया, “भाभी, आप बहुत आकर्षक हैं!”

भाभी की आकर्षक उपस्थिति देखकर मेरा मन उनके प्रति आकर्षित हो गया था। भाभी चोरी-छुपे मेरी तरफ देख रही थीं। मैंने पूछा, “क्या देख रही हो?”

उन्होंने घबराकर कहा, “कुछ नहीं!”

भाभी ने कहा, “मैं तैयार होकर आती हूँ, फिर चलते हैं!”

भाभी तैयार होने के लिए कमरे में चली गईं। मैं उन्हें रोशनदान से देख रहा था। उनके गोरे बदन को पैन्टी और ब्रा में देखकर मेरी हालत खराब हो रही थी। मेरा दिमाग केवल उनके साथ होने के बारे में सोच रहा था।

तभी भाभी की नजर मेरे ऊपर पड़ गई। उन्होंने कहा, “क्या देख रहे हो?”

मैंने कहा, “भाभी, मैं आपको चाहता हूँ।”

भाभी ने कहा, “सोचते बहुत हो! आ जाओ फटाफट और प्यार करो मुझे!”

मैं उनके कमरे में गया और उनके गोरे बदन को अपनी बाहों में भरकर उनके गालों और होंठों को चूमने लगा। उन्होंने भी मेरा पूरा साथ दिया और कहा, “मैं तुमसे कई दिनों से चुदने के बारे में सोच रही थी, लेकिन मौका नहीं मिल पा रहा था। आज मौका मिला है तो मेरी चूत को और गांड दोनों को चोद दो।”

मैंने उनकी पैंटी और ब्रा खोलकर अलग कर दी और उनके नंगे बदन के दर्शन किए। मेरी जिंदगी में पहली बार नंगी लड़की या औरत को मैंने देखा था। मैं तो उनकी सफेद चूत को देखकर पागल हो गया। मुझसे रहा नहीं गया और उनको बिस्तर पर बिठाकर उनकी टांगें चौड़ी करके उनकी चूत को चाटने लगा। उनको चूत चटवाने में बड़ा मजा आ रहा था।

उन्होंने कहा, “मुझे भी तुम्हारा लंड चूसना है।”

फिर हम दोनों 69 की दशा में आकर एक दूसरे को पागलों की तरह चाटने लग गये। मैंने उनकी गोरी चिटटी जोकि को खूब मजे लिए। चाटते-चाटते हम दोनों ने एक दूसरे का पानी पी लिया।

फिर उन्होंने कहा, “राजा, अब फटाफट मेरी चूत में लंड डाल के चोद दो मुझे!”

मैंने उनकी दोनों टांगों को चौड़ा करके लंड को उनकी चूत पर रख दिया और एक झटके में उनकी चूत में मेरा लंड घुस गया। मेरा लंड पहली बार किसी की चूत के दर्शन कर रहा था।

मुझे तो जैसे स्वर्ग मिल गया हो, मैं कितना भाग्यशाली हूँ कि मुझे पहली बार में ही इतनी चिकनी चूत चोदने के लिए मिली। मैंने मेरी पहली चुदाई दस-पंद्रह मिनट तक की और उनके गोरे-गोरे स्तनों को खूब दबाया। चूंकि हम जल्दी में थे, इसलिए पहली बार इतनी सी चुदाई करके हमको संतुष्ट होना पड़ा।

फिर हम तैयार होकर मेरे दोस्त के फार्म-हाउस पर पहुँचे। रास्ते में गाड़ी में मैंने उनकी चूत पर कई बार हाथ फिराया और बोबे भी दबाये।

उस कार्यक्रम में मैंने उनके कई बार बोबे दबाये। अब अक्सर जब भी मैं मेरे दोस्त के घर जाता हूँ, तो मौका पाकर मैं उनके बोबे दबा देता हूँ।

इसके बाद तो मुझे चुदाई का ऐसा चस्का लगा कि मैंने अब तक पांच-सात लड़कियों और औरतों को चोदा है। मेरे टीचर की बहु को मैंने कैसे चोदा, अगली कहानी में लिखूंगा।

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